॥ म लम् ॥ श्रीमान् वे टनाथायर्ः क वता कककसर । े वेदा ाचायर्वय मे स ध ां सदा हृ द ॥ जय ा श्रतस ास- ा व ंसनोदयः । प्रभावान् सीतया दे ा परम ोमभा रः ॥ 1